MH370 के गायब होने के बाद, बड़े पैमाने पर खोज की प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन विमान और उसमें सवार लोगों की सटीक स्थिति और कारण का पता लगाना संभव नहीं हुआ। इस घटना के बाद, दुनिया भर में एक अभूतपूर्व खोज अभियान आयोजित किया गया, लेकिन फिर भी विमान और उसके सवार लोगों का पता नहीं चला।
विमान MH370 के गायब होने के बाद कई सिद्धांत और कथाएँ उभरीं हैं, जिनमें से कुछ यह हैं कि विमान दिशा बदलते समय उल्लंघन का शिकार हुआ, कुछ यह मानते हैं कि विमान धूम्रपान या बिजली से प्रभावित हो गया, और कुछ यह भी कहते हैं कि विमान को उड़ान के दौरान किसी ने हथियार से हमला किया।
यह घटना हवाई यातायात के इतिहास में एक ऐतिहासिक और गूढ़ रहस्य बन गई है, जिसका समाधान अभी तक नहीं मिला है। इससे प्रेरित होकर, हवाई सुरक्षा में बदलाव किए गए हैं और अब विमानों की सतही सत्यापन की प्रक्रिया को मजबूती से बढ़ाया गया है। लेकिन MH370 के गायब होने का रहस्य अब भी हल नहीं हुआ है, और यह एक सवाल के रूप में उभरता रहेगा कि विमान और उसमें सवार लोग कहां गए।
MH370 के गायब होने के बाद, संबंधित अधिकारिक और गैर-अधिकारिक खोज अभियान आयोजित किए गए थे। इस खोज की प्रक्रिया में विमान के अंदर के डेटा रिकवरी, रेडियो संदेशों का विश्लेषण, और सैटेलाइट डेटा का उपयोग किया गया। लेकिन ये प्रयास असफल रहे और विमान और उसके सवार लोगों की सटीक स्थिति और कारण का पता नहीं लग सका।
इस घटना के बाद, विभिन्न सिद्धांत और कथाएँ सामने आईं। कुछ लोग मानते हैं कि विमान उल्लंघन का शिकार हुआ, जबकि कुछ लोग धूम्रपान या बिजली से प्रभावित होने की संभावना को उठाते हैं। विमान को उड़ान के दौरान किसी ने हथियार से हमला किया जाने का भी आरोप लगाया गया है।
इस घटना ने हवाई यातायात की सुरक्षा को मजबूत करने की जरूरत को प्रकट किया। नई तकनीकी सुविधाओं का उपयोग और विमानों की सतही सत्यापन की प्रक्रिया में सुधार किया गया है।
MH370 के गायब होने का रहस्य अब भी हल नहीं हुआ है। यह एक अद्वितीय और विचित्र रहस्य बना रहेगा, जिसका समाधान अभी तक नहीं मिला है। विमान और उसके सवार लोगों की गायबी रहस्य को लेकर आज भी बहुत सारे प्रश्न हैं, जो अभी तक जवाब नहीं पाए हैं।